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Monday 25 April 2011

अब क्रांति का है आह्वान..........


देश प्रेम हो मन में तेरे 
मन में हो स्वाभिमान
मिलकर जोड़ लगा लो
अब लाना है तूफ़ान

अपना पराया भेद नहीं
सब भारत के संतान
आज उन्हें दिखला दो
की सब मिलकर देंगे अब जान 

मिटा सके तो मिटा ले
हम में भी है आन
मर कर भी बचायेंगे
भारत की हम शान

नहीं सहेंगे  ज़ुल्म-ओ-सितम
आज़ादी ही है अब बस ईमान
ये देश है  हमें जान से प्यारा 
"भारत छोड़ो" का है फरमान  

वीर शिवा के पदचिन्हों पर
हम भी होंगे कुर्बान
रानी झाँसी भी बन जायेंगे
हंस हंस कर देंगे प्राण

वीर हैं हम ,कम हैं तो क्या 
कफ़न बांध हम होंगे कुर्बान 
जब तक अपनी सांस चलेगी 
"वन्दे मातरम्" को देंगे मान

ये देश है हम सब का 
हम  सहेंगे  न अपमान 
इसकी रक्षा  के खातिर
अब क्रांति का है आह्वान .......

इसकी रक्षा  के खातिर
अब क्रांति का है आह्वान..........




(a salute to Revolution for the independence and pride of india by our great martyrs..........long live revolution.....for the Aazaadi ...vande maatram... वन्दे मातरम्)



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